उप्र में पांच आयुष अस्पतालों को केंद्र की हरी झंडी
लखनऊ। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में 50 बेड के पांच आयुष अस्पतालों को अनुमति दे दी है। इन अस्पतालों में एक ही छत के नीचे सभी आयुष विधाओं में इलाज होगा। केंद्र सरकार ने देशभर में आयुष चिकित्सालयों का जाल बिछाने की तैयारी की है। इसके अंतर्गत 50 बेड वाले आयुष अस्पताल भी खोले जाने हैं, जिनमें आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग सहित सभी प्रचलित आयुष विधाओं के चिकित्सकों की तैनाती होगी।
ये अस्पताल कुशीनगर, कानपुर के बिल्हौर, लखनऊ के पश्चिमकल्ली, वाराणसी के बदरसी व बरेली के नवाबगंज में खोले जाएंगे। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने इन अस्पतालों की स्थापना को मंजूरी देने के साथ सभी के लिए 84-84 लाख रुपये भी मंजूर किए हैं। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने राज्य आयुष मिशन से पहले चरण में दो अस्पतालों से शुरुआत करने को कहा है। केंद्रांश के 15 करोड़ रुपये तुरंत जारी करने के आदेश भी हो गए हैं।
राज्य आयुष मिशन के कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मनोज यादव ने बताया कि इस योजना में केंद्र सरकार 60 फीसद व राज्य सरकार 40 फीसद अंशदान देगी। राज्य आयुष मिशन को पहले चरण में दो स्थानों का चयन करना है। इनमें वाराणसी के राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय प्रांगण में पहले अस्पताल के निर्माण का फैसला हो चुका है। जल्द ही दूसरे पर भी फैसला किया जाएगा।
इन अस्पतालों में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सकों के साथ योग के विशेषज्ञ भी होंगे। सभी विधाओं को मिलाकर बनने वाले ये अस्पताल मरीजों के लिए अत्यधिक लाभप्रद होंगे। इनमें एक दूसरे की अच्छी चिकित्सा प्रणाली को अंगीकार भी किया जाएगा।