अयोध्या के मठ-मंदिर खाद्य सुरक्षा के दायरे में, बेहद कम मूल्य पर मिलेगा अनाज
रामनगरी अयोध्या के सैकड़ों मठ, मंदिर और आश्रम अब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़ेंगे। यहां रहने वाले हजारों साधु-संतों व साध्वियों को इस योजना के तहत बेहद सस्ती दर पर हर महीने अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। जिला प्रशासन ने अपनी तरह की इस अनूठी मुहिम की शुरुआत यहां के प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर से कर दी है।
यूपी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) लागू होने के बाद अयोध्या के मंदिरों को इससे जोड़ने का घटनाक्रम बेहद रोचक है। फैजाबाद की जिलाधिकारी किंजल सिंह अयोध्या के कनक भवन मंदिर में दर्शन करने के लिए गई थीं। मंदिर की सीढ़ियों पर उन्हें कुछ साधु-संत बैठे दिखाई दिए। डीएम इनके बीच बैठ गईं और उन सभी का हालचाल पूछा। इस दौरान कई साधु-संतों ने बताया कि उन्हें रहने के लिए तो मंदिर, मठ या आश्रम में जगह मिल जाती है लेकिन दोनों वक्त के भोजन का इंतजाम करने के लिए परेशान होना पड़ता है। जिलाधिकारी ने साधु-संतों की इस वेदना को गहराई से समझा और इसी के साथ अयोध्या के एनएफएसए से जुड़ने की पटकथा तैयार हो गई।
कनक भवन मंदिर से लौटने के बाद डीएम ने जिला प्रशासन और आपूर्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंत्रणा की। डीएम ने तय किया कि अयोध्या के सभी मठ, मंदिर और आश्रमों में रहने वाले साधु-संत व साध्वियों को एनएफएसए के तहत तीन रुपये प्रति किलो मूल्य पर चावल, दो रुपये किलो गेहूं और एक रुपये किलो की दर से मोटा अनाज प्रत्येक माह उपलब्ध कराया जाएगा। इन साधु-संतों को हर महीने पांच किलो अनाज दिया जाएगा। इस नई शुरुआत से रामनगरी के हजारों साधु-संत और साध्वियां लाभान्वित होंगी। जिला प्रशासन ने यहां के मठ, मंदिर व आश्रमों के साधु-संतों को सूचीबद्ध करना शुरू भी कर दिया है।