मुंबई। प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालु भगवान गणेश को अब नकदी और जेवरात के अलावा शेयर भी चढ़ा सकेंगे। इसके लिए मंदिर ने अपना डीमैट अकाउंट खोला है।
सिद्धिविनायक मंदिर ने इसके लिए एसबीआइसीएपी सिक्योरिटीज के साथ गठजोड़ किया है। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र मुरारी राणे ने कहा, “दुनियाभर से आने वाले श्रद्धालु अब इस सुविधा के जरिये मंदिर को शेयर दान कर सकेंगे।
इससे मंदिर की आय में वृद्धि होगी जिसका उपयोग सामाजिक कार्यों के लिए किया जाएगा।” फिलहाल श्रद्धालु केवल सूचीबद्ध कंपनियों के ही शेयर दान कर सकेंगे। बाद में इसका दायरा बढ़ाया जाएगा तब म्यूचल फंड्स, बांड्स, गोल्ड बांड्स आदि भी स्वीकार किए जाएंगे।
राणे ने बताया कि दान में मिले शेयरों को उसी दिन या अगले दिन बेच दिया जाएगा। मंदिर का करीब 44 किलो सोना सरकार की गोल्ड बांड स्कीम में जमा है। मंदिर के पास 160 किलो सोना है। इसमें से 72 किलो जेवरात हैं। मंदिर को हर साल करीब 75 करोड़ रुपये का चढ़ावा नकदी और सोने के रूप में मिलता है।
तिरुपति में “अंगप्रदश्रिणम” के लिए आधार कार्ड जरूरी
भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में “अंगप्रदश्रिणम” (जमीन पर लेटकर आगे बढ़ना) के लिए श्रद्धालुओं को अब बुधवार से पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड पेश करना जरूरी होगा। मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी तलारी रवि ने बताया कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने इन श्रद्धालुओं के लिए 20 जुलाई से आधार कार्ड आवश्यक करने का फैसला किया है।