कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि एक लेखक ने डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के साथ एक पुस्तक लिखी है, जिसमें अयोध्या से जुड़े तथ्यों को पेश किया गया है। पुस्तक के साथ लेखक जल्द हरिद्वार पहुंच रहे हैं। तब प्रेसवार्ता कर विस्तार से तथ्यों को पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले में देशवासियों को भ्रमित किया गया। अब विपक्षियों की अर्जियां खारिज हो चुकी हैं। वहां की जमीन सरकार में निहित हो चुकी है। इसके बाद भी मंदिर निर्माण की दिशा में कदम नहीं उठाए जा रहे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यसभा में बहुमत नहीं होने का बहाना बना रही है। जबकि सरकार को किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अयोध्या में किसी देवी-देवता का नहीं, आदर्श राम का मंदिर बनाने की बात कहते हैं। इसका मतलब है कि वह श्रीराम को भगवान नहीं मानते। उन्होंने कहा कि अयोध्या में शास्त्रों के विधान से मंदिर बनाकर पूजन होना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार पर उठाए सवाल
शंकराचार्य ने कहा कि शिरडी के साई ट्रस्ट को महाराष्ट्र सरकार ने अपने अधीन कर लिया है। वहां सरकार के संरक्षण में भभूत बांटी जा रही है। जबकि महाराष्ट्र में अंधविश्वास विरोधी कानून लागू है।